यहां पहले के मुकाबले अब हुआ ट्रैफिक बेहद कम
परकोटा की बात करें तो यहां की सड़कों को देखकर लगता है कि अब ट्रैफिक का दबाव कम हो गया है। सड़कें चौड़ी दिखने लगी हैं। दरअसल, शास्त्री नगर, लाल डूंगरी, जयसिंहपुरा खोर, चार दरवाजा, ट्रांसपोर्ट नगर, परकोटा के दर्जनों स्थानों पर ई-रिक्शा को रखने के लिए बाड़े बना रखे हैं, जहां पहले रात में इन्हें खड़ा किया जाता था, लेकिन अब पिछले सात दिन से इन बाड़ों से ई-रिक्शा बिल्कुल बाहर नहीं निकले हैं। ये वे ई-रिक्शा हैं, जो अवैध हैं। इनके चालकों के पास लाइसेंस तक नहीं हैं।
बिजली की चोरी भी बची
शहर में अवैध ई-रिक्शा पर कार्रवाई का फायदा विद्युत विभाग को भी हो रहा है। इन बाड़ों में बिजली चोरी कर ई-रिक्शा को चार्ज किया जाता है। रात में बिजली चोरी का खेल जोरों पर चलता है। कई बार बिजली विभाग की विजलेंस टीम की ओर से कार्रवाई भी की गई है। इसके बाद भी अवैध चार्जिंग नहीं रुक रही थी। शहर में ई-रिक्शा बढ़ने के साथ ही अवैध चार्जिंग स्टेशन माफिया भी पनप गए। इन माफियाओं ने बाड़े खोल दिए हैं।
आठ हजार ई – रिक्शा कबाड़, स्क्रैप पॉलिसी नहीं
परिवहन विभाग की ओर से सभी वाहनों की स्क्रैप पॉलिसी बनाई गई है, लेकिन ई-रिक्शा की कोई स्क्रैप पॉलिसी नहीं आई। इसका नतीजा यह है कि शहर में करीब आठ हजार ई-रिक्शा कबाड़ हो गए हैं, जिनका संचालन किया जा रहा है। नियमानुसार चार साल में ई-रिक्शा कबाड़़ घोषित कर दिया जाता है। अगर पॉलिसी बन जाए तो भी शहर से करीब आठ हजार ई-रिक्शा कम हो जाएंगे।
latest news on jaipur traffic cm bhajanlal rajasthan news | जयपुर के इन रास्तों पर पहले के मुकाबले अब बेहद कम हुआ ट्रैफिक – New Update
Credit : Rajasthan Patrika